शिमला। हिमाचल प्रदेश में पंचायत समिति के अध्यक्ष अब मंत्रियों और विधायकों की तर्ज पर अपने क्षेत्रों में वाहनों में सफर कर सकेंगे। प्रदेश सरकार ने उन्हें एक माह में 1000 किलोमीटर तक गाड़ी में सफर करने की अनुमति प्रदान कर दी है। इससे पूर्व यह सीमा 500 किलोमीटर थी। पंचायत समिति अध्यक्ष बार-बार यह मांग उठा रहे थे कि उन्हें भी मंत्रियों, विधायकों की तरह अपने-अपने क्षेत्रों में जाना होता है।
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एक विधायक के पास जितना क्षेत्र होता है, उतना ही एक बीडीसी चेयरमैन के पास होता है। अपने क्षेत्रों के विकास कार्यों के निरीक्षण और सरकारी कार्यों के लिए 500 किलोमीटर तक सफर करने की तय सीमा बहुत कम है। इसी के चलते राज्य सरकार ने यह निर्णय लिया है।
ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग के निदेशक रुग्वेद मिलिंद ठाकुर ने इसके आदेश जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि पंचायत समिति सदस्यों को गाड़ी हायर करने की व्यवस्था 20 फरवरी, 2019 को कर दी थी।
शिमला। ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि स्वयं सहायता समूहों के उत्पादों को ऑनलाइन मंच प्रदान करवाया जाएगा। हिमाचली महिलाओं को आर्थिक रूप से स्वावलंबी बनाने के लिए ग्रामीण विकास विभाग ने यह निर्णय लिया है। इससे प्रदेश के दुर्गम और जनजातीय क्षेत्र की महिलाएं भी देश भर में सरलता से अपने उत्पाद बेच पाएंगी। वर्तमान में प्रदेश में 27 हजार महिला स्वयं सहायता समूहों से 2.80 लाख महिलाएं जुड़ी हैं।
इन उत्पादों की ब्रांडिंग, पैकेजिंग, मूल्य निर्धारण और मार्केटिंग में भी विशेषज्ञों की मदद ली जाएगी। राज्य के विभिन्न स्थानों पर 100 हिमईरा दुकानें निर्मित की जाएंगी। मंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम अपने होटलों में ये उत्पाद बेचने पर सहमत हो गया है। सूखे मेवे, जड़ी-बूटियों, शहद, मसाले, मोटे अनाज, आर्गेनिक खाद्य पदार्थों सहित हैंडलूम और हैंडीक्राफ्ट की महानगरों में काफी मांग है, जिसे ई-कॉमर्स के माध्यम से पूरा किया जाएगा।
हिमईरा शॉप और हिमईरा साप्ताहिक बाजार को हिमाचल प्रदेश सरकार ने वर्ष 2020 का सिविल सर्विसेज अवार्ड दिया है। समूह की महिलाओं को उत्पादों की गुणवत्ता, पैकिंग तथा बिक्री की बुनियादी जानकारी कृषि विज्ञान केंद्र, ग्रामीण स्वयं रोजगार प्रशिक्षण संस्थान, उद्यान विभाग और गैर सरकारी संगठनों ने दी है।
कांगड़ा। ज्वालामुखी विधानसभा क्षेत्र की एक महिला डॉक्टर विदेश में नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों की ठगी का शिकार हुई है। महिला डॉक्टर ने इसकी शिकायत थाना ज्वालामुखी में दर्ज करवा दी है।
जानकारी के अनुसार महिला ने विदेश में नौकरी के संबंध में ऑनलाइन माध्यम से एक वेबसाइट में अपना रिज्यूम अपडेट किया था। उसके बाद महिला को कंसल्टेंसी की ओर से जॉब लेटर दिया गया। जब महिला ने उसके बारे में पता किया तो जॉब लेटर अवैध और झूठा पाया गया। कंसल्टेंसी की ओर से महिला से वर्क परमिट, मेडिकल वीजा, हवाई टिकटों आदि के लिए लगभग सात लाख रुपये ठगे गए हैं। पुलिस ने महिला की शिकायत पर अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मामला थाना दर्ज कर लिया है।
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